टीबी का समय रहते इलाज होना जरूरी
जिलाधिकारी ने निक्षय दिवस का किया उद्घाटन
अलीगढ़ न्यूज़: जिले में निक्षय दिवस का उद्घाटन महिला चिकित्सालय में जिलाधिकारी ने किया। इस दौरान महिला चिकित्सालय में 50 क्षय रोगियों को पोषण सामग्री भी वितरित की गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने 05 टीबी मरीजों को पोषण सामग्री बांटते हुए कहा उपचार से ही क्षय रोग को खत्म किया जा सकता है। टीवी एक संक्रामक बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है।
निक्षय दिवस पर टीबी के 146 मरीजों को बांटी पोषण सामग्री
वहीं दूसरी ओर मलखान सिंह जिला चिकित्सालय चिकित्सालय में 50 एवं दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में रोटरी क्लब द्वारा 21 एवं सीएमओ व डीटीओ ने 10 – 10 क्षय रोगियों को उपस्थिति में पोषण सामग्री वितरित की। कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. ईश्वरी देवी बत्रा एवं महिला चिकित्सालय की डॉ. रेनू शर्मा व डीईआईसी मैनेजर मुनाजिर हुसैन मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि प्रत्येक माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस पर को सभी चिकित्सा स्वास्थ्य इकाइयों और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (एचडब्लूसी) पर बलगम की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि टीबी उपचार से ही खत्म किया जा सकता है। सीएमओ ने निक्षय दिवस के अवसर पर 21 रोगियों को पोषण किट बांटी। उन्होंने कहा कि टीबी का मरीज एक वर्ष में दस से पंद्रह लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है। ऐसे में, टीबी का समय रहते इलाज होना जरूरी है। यह रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इसलिए, इसे छिपाने की नहीं, बल्कि इस रोग के इलाज की जरूरत है। टीबी के मरीजों को अपना उपचार बीच में नहीं छोड़ना चाहिए । यदि बीच में उपचार छोड़ दिया जाए, तो टीबी से ठीक होना कठिन हो जाता है।
टीबी का इलाज दवा व उपचार से ही क्षय रोग को खत्म किया जा सकता है : डीटीओ
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. अनुपम भास्कर ने बताया कि प्रत्येक माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस मनाया जाएगा। क्षेत्र में जो भी सम्भावित टीबी के मरीज हैं। वहां पर आशा कार्यकर्ता जाकर क्षय रोगियों को चिह्नित करेंगी। डीटीओ ने बताया कि हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर टीवी के मरीजों के बलगम की जांच के लिए रोगियों के सैंपल लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संस्था हो या कोई अन्य व्यक्ति भी हो टीवी मरीजों को गोद लेने का कार्य कर सकता है। उन्होंने कहा कि 15 दिन से ज्यादा खांसी रहने पर जांच अवश्य कराएं, इसके अतिरिक्त ऐसे समस्त क्षय रोगी जिनके बैंक खाते, छुटी हुई बलगम जांच, आदि को निक्षय दिवस के अवसर पर प्रत्येक माह की 15 तारीख को युद्धस्तर पर संबंधित सीएचओ और आशा की मदद से करवाया जाएगा।
उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. इमरान सिद्दीकी ने बताया कि सीएचओ जांच में टीबी की पुष्टि वाले मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों की भी टीबी स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता निक्षय दिवस पर टीबी मरीजों के बैंक खाते का विवरण आशा संगिनी को मुहैया कराएंगी और आशा संगिनी सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) को निक्षय पोर्टल पर दर्ज कराने को देंगी। इस दिवस पर प्राइवेट प्रैक्टिशनर को टीबी नोटिफिकेशन, कांटेक्ट ट्रेसिंग और फालोअप के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेन्द्र कुमार ने बताया कि टीबी का मरीज एक वर्ष में दस से पंद्रह लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है। ऐसे में, टीबी का समय रहते इलाज होना बेहद जरूरी है। यह रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इसलिए, इसे छिपाने की नहीं, बल्कि इस रोग के इलाज की जरूरत है। टीबी के मरीजों को अपना उपचार बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि बीच में उपचार छोड़ दिया जाए, तो टीबी से ठीक होना कठिन हो जाता है।
इस दौरान रोटरी क्लब के अध्यक्ष विनोद बत्तरा, सचिव देवेश गुप्ता, रोटेरियन सर्जन डॉ. विनोद सक्सेना, डॉ. डीके अवर अग्रवाल राम बंसल एवं केसी शर्मा, आनंद वर्धन एवं पुष्प किरण ह्यूमन हेल्थ वेलफेयर सोसाइटी से सचिव डॉ. हेमन्त पुष्कर, रेखा, शालिनी, अंकुर, किशोर दिव्या रेनू और महिला अस्पताल से फार्मासिस्ट मनोज यादव मौजूद रहे।