‘अब दिल्ली दूर नहीं’ की नॉलेज पार्टनर है चाणक्य आईएएस एकेडमी
अलीगढ़ न्यूज: ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है जो बिहार के एक ऐसे लड़के की कहानी है जिसने संसाधनों की कमी के बावजूद हार नहीं मानी और आईएएस बनने के अपने सपने को डिगने नहीं दिया. ये कहानी सबको प्रेरणा देती है.
ये फिल्म सक्सेस गुरु एके मिश्रा की प्रस्तुति है. एके मिश्रा, देश के सबसे प्रतिष्ठित सिविल सर्विस कोचिंग सेंटर चाणक्य आईएएस अकेडमी के फाउंडर व डायरेक्टर हैं. चाणक्य एकेडमी फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ की नॉलेज पार्टनर है. शिक्षा के क्षेत्र में एके मिश्रा का नाम बहुत ही प्रसिद्ध है, जो पिछले 33 वर्षों से अपनी अकेडमी से टॉप आईएएस आईपीएस ऑफिसर देश को दे रहे हैं.
चाणक्य आईएएस एकेडमी की परफॉर्मेंस साल दर साल चमकती जा रही है. यहां सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों को बेहतर गाइडेंस के साथ-साथ प्रॉपर ट्रेनिंग दी जाती है. एकेडमी के रिजल्ट काफी बेहतर आ रहे हैं. छात्रों और उनके अभिभावकों की बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और एकेडमी लगातार देशभर में अपनी शाखाएं खोल रही है. इस सबसे से चाणक्य एकेडमी की सफलता के संकेत साफ नजर आते हैं. करीब 3 दशक से ज्यादा वक्त से चाणक्य आईएएस एकेडमी सिविल सेवा एस्पिरेंट्स को 360 डिग्री सॉल्यूशन देता आ रहा है. सिविल सेवा परीक्षाएं देश की सबसे कठिन और सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से हैं क्योंकि ये एग्जाम हर साल एस्पिरेंट्स के लिए एक नई शुरुआत लेकर आता है. चाणक्य आईएएस एकेडमी ऐसे छात्रों को उनके टारगेट पूरा कराने में पूरी तरह कोशिश करता आ रहा है.
चाणक्य आईएएस एकेडमी के फाउंडर व डायरेक्टर सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने फिल्म के प्रीमियर लॉन्च से पहले कहा, ‘’हम लोग ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ को प्रस्तुत करते हुए काफी खुश हैं. इसमें एक आईएएस एस्पिरैंट के संघर्ष को बहुत ही डिटेल में दर्शाया गया है. ये फिल्म उन तमाम छात्रों के लिए प्रेरणा है जो सिविल सर्विस में जाना चाहते हैं और संघर्ष का सामना करते हैं. सक्सेस गुरु की अपनी पूरी यात्रा के दौरान मैंने हमेशा ये विश्वास रखा है कि हर छात्र के अंदर बहुत ही क्षमता होती है, उन्हें बस प्रेरणा, देखभाल और उनके सपनों की तरफ ले जाने के लिए सही दिशा दिखाने की जरूरत होती है. सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप सक्सेस आर्ट में कितनी महारत हासिल करते हैं और अपने टारगेट की तरफ बढ़ने के लिए राइट ह्यूमन सॉफ्टवेयर के साथ कैसे अपने माइंड की रिप्रोग्रामिंग करते हैं. सही तैयारी के लिए सिलेबस की सही जानकारी होना आवश्यक है. एस्पिरेंट्स को अपने दिमाग को एक प्रशासक की तरह तैयार करना चाहिए और उन्हें अपने माइंड को प्रशासनिक दक्षताओं के साथ रिप्रोगाम करना चाहिए.’’
फिल्म के बारे में…
‘अब दिल्ली दूर नहीं’ एक सोशल ड्रामा फिल्म है जिसमें बिहार के एक छोटे से इलाके के लड़के अभय शुक्ला की कहानी है. ये लड़का आईएएस एग्जाम क्रैक करने के मकसद से बिहार से दिल्ली आता है. इस फिल्म में इमरान जाहिद और श्रुति सोढ़ी ने लीड रोल निभाया है. फिल्म में संघर्ष की सच्चाई को बहुत ही अच्छे ढंग से दिखाया गया है. ये कहानी एक रियल आईएएस ऑफिसर से प्रेरित है, और फिल्म सिनेमाघरों में आने वाले 12 मई को रिलीज हो रही है.