देशभर में एएमयू की स्नातक पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित

अलीगढ़, 13 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा आज विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएँ देशभर के सभी निर्धारित केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित की गईं। एएमयू सहित सभी केंद्रों पर परीक्षाएँ शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न हुईं।
प्रातः सत्र में बी.एससी. (ऑनर्स) कृषि, बी.एससी. (ऑनर्स) और बी.कॉम. पाठ्यक्रमों की परीक्षाएँ आयोजित की गईं, जबकि बी.ए. की प्रवेश परीक्षा सायंकालीन सत्र में संपन्न हुई। इन पाठ्यक्रमों के लिए कुल 23,136 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षाएँ देशभर के सात केंद्रों एएमयू के अलावा गुवाहाटी, कोलकाता, लखनऊ, पटना, श्रीनगर और कोझिकोड पर संपन्न हुईं।
बी.एससी. (ऑनर्स) कृषि के लिए 717 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 549 ने परीक्षा में भाग लिया। बी.एससी. (ऑनर्स) के लिए 10,861 आवेदन प्राप्त हुए थे और 9,119 अभ्यर्थी शामिल हुए। वहीं, बी.कॉम. के लिए 3,948 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया, जिनमें से 3,449 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। सायंकालीन सत्र में होने वाली बी.ए. की प्रवेश परीक्षा में लगभग 7,610 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
अलीगढ़ के परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए थे, जिनमें मेटल डिटेक्टर्स की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा कक्षों में प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों की जांच की गई, ताकि कोई भी अनुचित सामग्री परीक्षा कक्ष के भीतर न जा सके। अभ्यर्थियों ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग किया।
एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून, सहकुलपति प्रोफेसर मोहम्मद मोहसिन खान, तथा प्रॉक्टर प्रोफेसर एम. वसीम अली और स्कूल शिक्षा निदेशक प्रोफेसर असफर अली खान आदि ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। इनमें कला संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय, जेड.एच. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक (बॉयज), तथा अन्य परीक्षा केन्द्र शामिल रहे।
परीक्षा नियंत्रक डा मुजीब उल्लाह जुबेरी ने परीक्षा के शांतिपूर्ण आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि मेटल डिटेक्टरों की व्यवस्था पारदर्शिता और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वरिष्ठ अध्यापकों को विभिन्न केंद्रों पर पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था, जबकि अलीगढ़ से बाहर के केंद्रों पर कुछ शिक्षकों को समन्वयक के रूप में नियुक्त किया गया ताकि परीक्षा शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो।
विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई ने अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क लगाए, जहां स्वयंसेवकों द्वारा मार्गदर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। परीक्षा केंद्रों के बाहर प्रतीक्षा कर रहे अभिभावकों के बैठने के लिए तंबुओं और ठन्डे पानी की व्यवस्था भी की गई।
उल्लेखनीय है कि आगामी प्रमुख प्रवेश परीक्षाएँ रविवार, 20 अप्रैल को बी.टेक. बी.आर्क. के लिए और 27 अप्रैल को कक्षा 11वीं (विज्ञान) डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग, कक्षा 11वीं (मानविकी एवं वाणिज्य) तथा एस.एस.एस.सी. (ब्रिज कोर्स) के लिए आयोजित की जाएंगी।