जेएनएमसी हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर रब्बानी द्वारा लखनऊ में ‘विश्व हृदय दिवस’ पर व्याख्यान
अलीगढ़, 30 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष और कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, यूपी चैप्टर के अध्यक्ष प्रोफेसर एमयू रब्बानी ने कहा कि स्वस्थ आहार की आदतें और सक्रिय जीवन शैली हृदय रोगों के प्रसार को प्रभावी ढंग से रोक सकती है।
वह लखनऊ में कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, यूपी चैप्टर के ‘विश्व हृदय दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे, कार्यक्रम में श्री बृजेश पाठक (उपमुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश) मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए और श्री अजीत महापात्रा और श्री जितेंद्र प्रताप सिंह भी इस दौरान मौजूद रहे।
प्रोफेसर रब्बानी ने कहा कि केवल स्वस्थ आदतों जैसे शारीरिक व्यायाम पर्याप्त नींद लेना और स्वस्थ आहार का सेवन कर उपचार से पहले हृदय रोगों को रोका जा सकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि तंबाकू और शराब का सेवन हृदय संबंधी समस्याओं का प्रमुख कारण है।
प्रोफेसर रब्बानी ने चिंता जताई कि कंप्यूटर पर घंटों काम करना, जंक फूड खाना और देर रात सोना आजकल बहुत आम है। शारीरिक गतिविधि की कमी भी खराब जीवनशैली को बढ़ावा देती है। ये सभी उच्च रक्तचाप, उच्च रक्त शर्करा, अधिक वजन और मोटापे को बढ़ाते हैं जो हृदय रोगों को बढ़ाते हैं।
उन्होंने जोर दिया कि ‘विश्व हृदय दिवस’ का उद्देश्य लोगों को हृदय रोगों के बारे में जागरूक करना और स्वस्थ जीवन को प्रोत्साहित करने के लिए कार्रवाई को प्रेरित करना है। चूंकि, अकेले भारत में हृदय की समस्याओं के कारण 45 लाख वार्षिक मौतें हो रही हैं, इसलिए यह जरूरी है कि लोग हृदय रोगों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना शुरू कर दें।
इस अवसर पर प्रोफेसर रब्बानी ने यूपी के उपमुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों का आभार जताया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।
श्री बृजेश पाठक ने लोगों को हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए प्रातः जल्दी उठने के बाद नियमित रूप से योग और अन्य शारीरिक व्यायाम करके भारतीय संस्कृति का पालन करने की सलाह दी।
उन्होंने कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं की रोकथाम पर चिकित्सा जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया।
डॉ शरद गुप्ता (सचिव, कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, यूपी) और डॉ गौरव चौधरी ने स्वस्थ रहने की आवश्यकता पर बात की।