जेएनएमसी डॉक्टर द्वारा टोरंटो में शोध प्रस्तुति
अलीगढ़, 6 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग में शिक्षक तथा पेन क्लिनिक के प्रभारी सलाहकार प्रोफेसर हम्माद उस्मानी ने इलाज में दर्द को कम करने और जलने से होने वाले ज़ख्म के रोगियों के पुनर्वास के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) के उपयोग के बारे में बताया।
वह इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर स्टडी ऑफ पेन की वित्तीय सहायता के तहत टोरंटो, कनाडा में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ पेन में ‘हाथों की जलन के मरीजों में दर्द को कम करने में इमर्सिव वीआर थेरेपी’ पर शोध प्रस्तुत कर रहे थे।
प्रो हम्माद ने कहा कि “वीआर थेरेपी में, मरीजों को आभासी दुनिया में ले जाकर उस दर्द से दूर किया जाता है जो वे अंतर्निहित स्थिति में झेल रहे हैं। यह थेरेपी दर्द की तीव्रता को कम करती है और वीआर में सक्रिय और निष्क्रिय फिजियोथेरेपी की सुविधा के साथ रोगियों की शीघ्र कार्यात्मक इलाज में भी मदद करती है।
वरिष्ठ शिक्षकों, प्रो काजी एहसान अली (अध्यक्ष, एनेस्थिसियोलॉजी विभाग), प्रो शहला हलीम और प्रो सैयद मुईद अहमद ने बताया कि इस उपचार पद्धति ने दर्द के उपचार और दर्दनाक जलन, हाथों की चोट, स्ट्रोक के बाद का दर्द और न्यूरोपैथिक दर्द से पीड़ित रोगियों के शीघ्र पुनर्वास में आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। प्रोफेसर हम्माद ने जेएनएमसी के पेन क्लिनिक में डॉ मोहम्मद फहद खुर्रम के साथ एक वर्चुअल रियलिटी लैब भी विकसित की है।